देश की विकास दर वित्त वर्ष 2022-23 में क्या रहेगी, बैंक ऑफ अमेरिका ने लगाया अनुमान
Indian economy 2022-23 forecast: ब्रोकरेज कंपनी ने नए साल के लिए अपने अनुमान में कहा है कि अगले वर्ष भारत में चीजें सामान्य होंगी और ग्रोथ रेट रफ्तार पकड़ेगी.
कोविड वैक्सीनेशन की निचली दर और कोविड-19 का नया वेरिएंट ओमीक्रॉन ग्रोथ के लिए अनिश्चितता पैदा कर सकते हैं. (PTI)
कोविड वैक्सीनेशन की निचली दर और कोविड-19 का नया वेरिएंट ओमीक्रॉन ग्रोथ के लिए अनिश्चितता पैदा कर सकते हैं. (PTI)
Indian economy 2022-23 forecast: कोविड की मार से उबर रहे देश की इकोनॉमी (Indian Economy) को लेकर अमेरिकी ब्रोकरेज कंपनी बैंक ऑफ अमेरिका (Bank of America) ने ताजा अनुमान लगाया है. इसमें अगले वित्तीय वर्ष यानी 2022-23 के लिए ब्रोकरेज कंपनी का कहना है कि इस दौरान भारत की विकास दर यानी जीडीपी 8.2 प्रतिशत रहेगी. पीटीआई की खबर के मुताबिक, ब्रोकरेज कंपनी ने नए साल के लिए अपने अनुमान में कहा है कि अगले वर्ष भारत में चीजें सामान्य होंगी और ग्रोथ रेट रफ्तार पकड़ेगी.
साल 2022 का साल भारत के लिए सामान्य रहेगा
खबर के मुताबिक, ब्रोकरेज कंपनी बैंक ऑफ अमेरिका (Bank of America) ने कहा कि भारत ने 2021 में काफी पॉजिटिव रुख के साथ एंट्री किया था और आर्थिक वृद्धि दर (GDP) में सुधार आ रहा था, लेकिन महामारी की दूसरी लहर से झटका दिया और यह पुनरुद्धार पटरी से उतर गया. इसकी वजह से सप्लाई संकट पैदा हुआ, नतीजा यह हुआ कि कीमतों पर दबाव बना. उसने कहा कि हमारा मानना है कि साल 2022 का साल भारत के लिए सामान्य वर्ष रहेगा. उपभोग बढ़ने से ग्रोथ को प्रोत्साहन मिलेगा.
नया वेरिएंट ओमीक्रॉन ग्रोथ के लिए अनिश्चितता पैदा कर सकते हैं
अमेरिकी ब्रोकरेज कंपनी ने कहा कि कोविड वैक्सीनेशन की निचली दर और कोविड-19 का नया वेरिएंट ओमीक्रॉन ग्रोथ के लिए अनिश्चितता पैदा कर सकते हैं. निचले आधार प्रभाव की वजह से विकास दर 2021-22 के 9.3 प्रतिशत से कम रहेगी. अलग-अलग सेक्टर्स की बात करें तो बैंक ऑफ अमेरिका का अनुमान है कि कृषि, वानिकी और मत्स्यपालन क्षेत्र की ग्रोथ रेट अगले वित्त वर्ष में 3.5 प्रतिशत रहेगी. यह चालू वित्त वर्ष के चार प्रतिशत से कम है.
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मुख्य मुद्रास्फीति बढ़कर 5.6 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी
इसी तरह इंडस्ट्री क्षेत्र की ग्रोथ रेट 10 प्रतिशत से घटकर सात प्रतिशत, सेवा क्षेत्र की नौ प्रतिशत से घटकर 7.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है. ब्रोकरेज कंपनी ने कहा कि अगले वित्त वर्ष में मुख्य मुद्रास्फीति बढ़कर 5.6 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी. इसके चलते भारतीय रिजर्व बैंक लंबे ठहराव के बाद 2022-23 में रेपो दर में एक प्रतिशत अंक की बढ़ोतरी कर सकता है.
07:25 PM IST